भारतीय टीम को 3 जनवरी से श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की T20 सीरीज खेलनी है। जिसके लिए बीसीसीआई ने टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन के लिस्ट को जारी कर दिया है। इसी के साथ आपको बता दे इन सभी क्षेत्र में बहुत पैसे होते हैं, जैसा कि बीसीसीआई बोर्ड के पास बेशुमार दौलत है। कभी-कभी इन रुपयों का बोर्ड गलत प्रयोग करने लगती हैं। आइए इस लेख में बात करते हैं ऐसे तीन खिलाड़ियों की जिनका कैरियर बीसीसीआई ने बर्बाद कर दिया है।
1:- कुलदीप यादव
काफी लंबे समय बाद कुलदीप यादव को बांग्लादेश के खिलाफ मौका मिला था। इस दौरान इनका प्रदर्शन बेहद लाजवाब साबित हुआ। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच को जिताने में इनका अहम योगदान रहा। जिसके लिए इनको मैन ऑफ द मैच का खिताब भी सौंपा गया। इतने शानदार प्रदर्शन के बाद भी बांग्लादेश के खिलाफ अगले मुकाबले में इनको टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इनके स्थान पर जयदेव उनादकट को टीम में शामिल किया गया था।
2:- अमित मिश्रा
अमित मिश्रा भारत के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर में से एक है। अमित मिश्रा ने अपना आखिरी मैच 29 अक्टूबर 2016 को विशाखापत्तनम में खेला था। अमित मिश्रा ने उस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 ओवर में 18 रन देकर 5 विकेट झटके थे और इस दौरान उनका बॉलिंग इकोनॉमी रेट 3.00 का रहा था।
इस मैच में मिश्रा जी को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था। लेकिन बीसीसीआई को पता ना क्या सुझा कि इसके बाद अमित मिश्रा को भी मौका ही नही दिया। अमित मिश्रा अब 40 साल के हो गए हैं और संन्यास लेने के करीब हैं।
3:- भुवनेश्वर कुमार
भारत के स्विंग का राजा भुवनेश्वर कुमार को कहा जाता है। यह अपनी टीम के लिए गेंदबाजी का जड़ माने जाते हैं। लेकिन बीसीसीआई ने अब भुवनेश्वर कुमार को टेस्ट क्रिकेट से ऐसा बाहर किया है जैसे कुमार फिर कभी टेस्ट क्रिकेट में दिखेंगे ही नही।
इसी के साथ आपको बता दे भुवनेश्वर कुमार ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2018 में खेले थे। इस मुकाबले में इन्होंने चार विकेट चटकाए थे हुए 63 रनों की बेमिसाल पारी खेले थे। लेकिन फिर भी इसके बाद उनको फिर कभी टेस्ट में मौका नही दिया गया।