ऐसे तीन खिलाड़ी जो अपने कप्तान की वजह से टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक नहीं बना पाए, चले गए नाबाद

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टेस्ट मैच में अक्सर कोई बल्लेबाज़ अगर शुरू में थोड़ा संभल कर बल्लेबाजी करता है तो वह काफी लंबे समय तक क्रीज पर टिका रहता है, टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने से ज्यादा क्रीज पर टिककर खेलना अपनी टीम के लिए ज्यादा गेद खेलना खिलाड़ियों के लिए मायने रखता है।

विदेश की धरती पर टेस्ट क्रिकेट खेलना काफी मुश्किल होता है वहां बल्लेबाजों के लिए रन बनाना काफी मुश्किल साबित होता है क्योंकि विदेशों की जो पिच होती है वह गेंदबाजों के लिए काफी मददगार होती है क्योंकि उनकी ग्राउंड पर हरी घास होती है, और हरी घास पर गेद बहुत तेजी से स्विंग करती है जिससे बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करने में काफी परेशानी होती है इसलिए टेस्ट क्रिकेट का जो बल्लेबाज विदेश की जमीन पर खेलता है उसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है।

टेस्ट क्रिकेट में कई बार ऐसा होता है कि बल्लेबाज शुरुआत तो संभल कर खेलते हैं उसके बाद ताबड़तोड़ रन बनाना शुरू करते हैं जिसकी वजह से वह बहुत कम समय में शतकीय दोहरी शतकीय, तिहरा शतक भी मार लेते हैं
आज हम ऐसे ही तीन बल्लेबाजों के बारे में बात करेंगे जिनका टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाना सपना पूरा नहीं हो पाया, मात्र कप्तान के पारी समाप्ति की घोषणा के कारण,

एबी डिविलियर्स

यह दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व दाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज और कप्तान है, एबी डिविलियर्स 2010 में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जब क्रिकेट मैच पर आए जब वो तिहरा शतक बनाने के एकदम करीब थे उसी समय कप्तान ग्रीम स्मिथ ने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी जिसकी वजह से एबी डिविलियर्स का तीसरा शतक नहीं बन पाया इस मुकाबले में इन्होंने 278 रनों की नाबाद पारी खेला।

जावेद मियांदाद

पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व दाएं हाथ के बल्लेबाज और कप्तान जावेद अख्तर साल 1982 में भारतीय टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने से चूक गए, जावेद मियांदाद इस सूची में दूसरे नंबर पर मौजूद है, इस मैच में उन्होंने 280 रन बनाए, अभी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान इमरान खान ने अपनी पारी घोषित कर दी जिस वजह से मियांदाद का तिहरा शतक बनाने का सपना टूट गया।

पीटर में

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज पीटर में का नाम इस सूची में पहले नंबर पर आता है। पीटर ने साल 1957 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 285 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे कभी उस समय के कप्तान पीटर में तिहरा शतक बनाने के चक्कर में नहीं पढ़े और अपनी ही टीम की पारी समाप्ति की घोषणा कर दी ।

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