भारत के महान ऑलराउंडर की जब भी बात होगी उनमें कपिल देव का नाम सबसे ऊपर होगा.39 साल पहले इन्हीं के कप्तानी में भारत की क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज जैसी मजबूत टीम को हराकर पहला वर्ल्ड कप जीतकर भारत में क्रिकेट को बढ़ावा दिया था.
कपिल देव का जीवन परिचय
कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ में हुआ था.उनके पिता का नाम रामलाल निखंज और मां का नाम राज कुमारी लाजवंती है.
कपिल का क्रिकेट करियर
1975 में कपिल ने हरियाणा के लिए खेलते हुए पंजाब के खिलाफ अपना डेब्यू किया.उन्होंने अपने डेब्यू में कमाल का प्रदर्शन किया और उन्होंने 6 विकेट लिया.पहली सीजन में उन्होंने 30 मैचों में 121 विकेट झटककर अपना लोहा मनवा दिया.इन्होंने अपने 275 फर्स्ट क्लास करियर में 11356 रन बनाने के साथ 835 विकेट भी हासिल किए.
उन्होंने 16 अक्टूबर 1978 को फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ अपना इंटरनेशनल टेस्ट डेब्यू किया. 1994 में इन्होंने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
कपिल ने भारत के लिए 131 टेस्ट मैचों में 5248 रन बनाए और 434 विकेट झटके.वही 225 वनडे मैचों में इन्होंने 3783 रन बनाए और 253 विकेट लिए.
वर्ल्ड कप में 175 रन की पारी है यादगार
1983 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जिम्बावे के खिलाफ भारत एक समय 17 रन पर अपने 5 विकेट गवा दिए थे.लेकिन 7 वे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे कप्तान कपिल ने 175 रन ऐसी पारी खेली जो सदियों के लिए यादगार हो गई.उसके बाद टीम ने मैच तो जीता और साथ ही फाइनल में विंडीज को हराकर वर्ल्ड कप जीतकर भारत का परचम लहरा दिया.