क्रिकेट दुनिया भर में ना सही पर अनेक देशों का लोकप्रिय खेल, खासकर हमारे देश का पर दुनिया की हर चीज की तरह इसमें तरह-तरह के बदलाव आते रहे हैं । 1877 में टेस्ट के रूप में पदार्पण के पश्चात आज के तीनों प्रारूपों में ढलने तक इसके नियम-कायदों में अनगिनत बदलाव आये है । कुछ नियम ऐसे भी हैं, जो अजीबोगरीब है और कुछ ऐसे है जो की आज भी काफी विवादास्पद बने हुए है । 2019 का पिछला इग्लैंड और न्यूजीलैंड का वर्ल्डकप इसका जीता-जागता उदाहरण है, जब ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली टीम को विजेता घोषित कर दिया गया था ।
क्रिकेट के 8 ऐसे अजीब नियम
लेकिन क्रिकेट को जेंटलमैन गेम बनाए रखे के लिए कुछ नियम बनाये गए हैं। जिसके बारे में ज्यादातर फैन्स जानते भी हैं लेकिन कुछ ऐसी नियम भी हैं, जिनके बारे में 100 में से सिर्फ 10 फैन्स ही जानते होगे। आज के इस विडियो में हम आपको 8 ऐसे नियमो के बारे में बतायेगे जिन्हें शायद आप नही जानते है ।
पेनेल्टी रूल्स
सबसे पहला नियम है पेनेल्टी रूल्स अभी तक आपने पेनल्टी का नाम सिर्फ फुटबॉल मैच के दौरान हीं सुना होगा, लेकिन पेनल्टी तो उसका उपयोग क्रिकेट के मैदान में भी किया जाता है यह तक किया जाता है । जब किसी खिलाड़ी की कोई वस्तु या हेलमेट किया कुछ भी चीजें मैदान में रखी हो और उससे बोल टकरा जाए तब सामने वाली टीम को 5 रन दे दिए जाते हैं, वहीं फील्डिंग साइड से कोई खिलाड़ी किसी बोल को नुक्सान पहंचने की कोशिश करता है या किसी तरह की छेड़खानी करता है, तब भी इस रूल्स को लागू किया जा सकता है और सामने वाली खिलाड़ी को पांच रन दिए जाते है । यदि कोई टीम फील्डिंग में देरी करती है, या धीमी गति से फेकती है तो भी इस रूल्स के अनुसार टीम को इसके बदले पाच रन दे दिए जाते है ।
No Appeal No Out
No Appeal No Out रुल जब तक कोई टीम आउट होने वाले खिलाड़ी के लिए अपील नहीं करती है तब तक कोई भी एंपायर उसे आउट नहीं दे सकता है , यह रूल काफी समय से चला आ रहा है इस रूल के तहत जब भी कोई खिलाड़ी आउट होता है या हिट विकेट होता है और उसके बेट से बोल टकराकर विकेटकीपर के हाथ में चली जाती है, तब खिलाडी को अपील करना जरूरी होता है यदि वह ऐसा नहीं करता है तो एंपायर उसकी मर्जी से उसे आउट करार नहीं देता है । कई बार खिलाड़ी खुद ही आउट होने पर पवेलियन लौट जाते हैं, जब वह साफ तौर पर आउट दिखाई देते हैं, लेकिन कई बार उन्हें जब संदेह होता है तो खिलाड़ी अपील करने का इंतजार करते हैं और एंपायर के आउट होने का इशारा देने तक मैदान में ही रुकते हैं उसके बाद ही वह पवेलियन की तरफ बढ़ते हैं । लेकिन इस नियम के अनुसार अंपायर तभी आउट देगा जब सामने वाली टीम उसे अपील करती है ।
कैप्टन पॉवर –
क्रिकेट में शायद आप नहीं जानते हैं कि कैप्टन को भी एक पावर दिया जाता है, जिसे कैप्टन पावर नाम के रूम से जाना जाता है कि इनके पास यह पॉवर होता है, कि यदि विपक्षी टीम का खिलाड़ी गलत आउट दे दिया गया है या किसी कारणवश वह एसी स्थति ने आउट हुआ है जिसमें उसे आउट नहीं होना चाहिए था या वह गिर गया है । उस समय यदि आउट हो जाता है और टीम का कप्तान चाहे तो उसे दोबारा से मैदान में बुलाकर बेटिंग करवा सकता है । उसके पास यह पावर होता है कि वह आउट किए हुए खिलाड़ी को दोबारा से मैच खेलने के लिए तैयार कर सकता है । लेकिन यह नियम पूरी तरह से कैप्टन की इमानदारी पर ही कार्य करता है । यदि वह चाहेगा तो ही इस रूल को फॉलो कर सकता है नहीं तो वहां अपने टीम के लिए नुकसान नहीं उठाएगा ।
Areal stoppage Is Dead Ball
आज हम सभी जानते हैं कि क्रिकेट को शानदार तरीके से दिखाने के लिए मैदान पर कई तरह के केमरो का उपयोग किया जाता है । हम सभी देखते हैं कि मैदान के आसपास कई तरह के बड़े-बड़े कैमरे लगाए जाते हैं । लेकिन आजकल कुछ ऐसी जगहों पर भी कैमरे लगाए जाते हैं जिससे कि एंपायर को मैच के निर्णय लेने में आसानी हो सके । इसके लिए मैदान के ऊपर भी रिल के माध्यम से कैमरे लगाए जाते हैं । यह कैमरे कभी-कभी बोल को रोकने का ऑर्डर भी आ जाते हैं कभी-कभी खिलाड़ी जब गेंद हवा में मारता है, तो इन कैमरों से कभी-कभी गेंद टकरा जाती है उस स्थिति में यह नियम बनाया गया है, कि जब भी कोई गेंद इन कैमरों से टकरा जाएगी तो उसको डेड बॉल माना जाएगा । इसका मतलब यह है कि यदि कैमरे से टकराकर खिलाडी केच कर ले या वह बॉल चोका या छक्का जाये तब भी वह डेड बोल मानी जाएगी इस रुल को Areal stoppage Is Dead Ball कहा जाता है । ।
ऐसा एक बार तब हुआ था जब इंडिया टीम ऑस्ट्रेलिया में मैच खेलने के लिए गई थी उस दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी द्वारा एक बार गेंद को हवा में मारी गई थी और वह सीधे कैमरे में जाकर लगी थी जिसे डेड बॉल घोषित किया गया था ।
No Bails Rule
No Bails Rule एक नियम है, जिसे आप सभी जानते ही होंगे इसमें स्टम्स के ऊपर Bails रखी जाती है, और यह भी नियम है कि जब तक Bails नीचे नहीं गिरती है तब तक उस खिलाड़ी को आउट नहीं माना जाता है यदि गेंद स्टंप से लग जाए और भैंस नहीं गिरेगी तो खिलाड़ी आउट नहीं माना जाएगा वहीं एक यह भी नियम है, कि यदि किसी कारणवश Bails सिस्टम पर नहीं रखी जा सकती है तो भी मैच कराया जा सकता है ऐसा एक बार हो चुका है जहां पर इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच में चल रहा था उस समय काफी तेज हवाएं चल रही थी । जिसके कारण बेल सिस्टम पर टिक नहीं पा रही थी जिसकी वजह से बिना Bails के ही या मैच कराया गया था ।
Double Strike
डबल स्ट्राइक Double Strike “ रूल्स ऐसा रुल है, कि यदि कोई खिलाड़ी बैटिंग करने के दौरान बोल को दो बार में हिट करता है, तो वह आउट माना जाएगा ऐसा एक बार आप फिल्म लगान में भी देख चुके होंगे लगान फिल्म मैं भी जब आमिर खान बोल को दो बार फिर करता है, तो उस पर सामने वाला खिलाड़ी आपत्ति लेता है । क्योंकि यह बोल इस तरह से हिट करना गलत माना जाता है उसी तरह से क्रिकेट में भी इस नियम को बनाया गया है, कि यदि बल्लेबाज किसी तरह से बोल को दो बार हिट कर देगा तो आउट माना जाएगा ।
लेकिन कभी-कभी गलती से बिना मारे ही दो और बोल हिट हो जाती है, तो उस कंडीशन में एंपायर उसे आउट नहीं देता है ।लेकिन बहुत ही कम ऐसा देखने को मिलता है जब कोई खिलाड़ी किसी गेंद को दोबारा हिट करता है, क्योंकि दो बार हिट करना मैच के नियमों के सख्त खिलाफ है और इस स्थिति में खिलाड़ी सीधा पवेलियन लौट जाएगा ।
Mankeding Ruls
Mankeding Ruls को तो आप सभी जानते ही होंगे, यह नियम ऐसा है कि इसमें जब भी कोई बोला बॉलिंग करने के दौरान रनिंग करता है और उसके पहले उसके पास खड़ा हुआ प्लेयर अगर क्रीज छोड़ देता है तो वह उसे आउट कर सकता है । उसके बोल छोड़ने से पहले यदि उसने क्रीज छोड़ दिया और उसे आउट कर दिया तो वह खिलाड़ी आउट माना जाएगा । इस रूल्स को सभी लोग काफी ध्यान पूर्वक फॉलो करते ,हैं क्योंकि कभी-कभी गलती से करी छूट जाती है और बोला उसे स्टंपिंग करके आउट कर देता है यह नियम काफी पुराना है और इसे आज भी अपनाया जाता है । इस रोल के तहत अब तक कई खिलाड़ी आउट हो चुके हैं क्योंकि उन्हें रन बनाने की जरूरत होती है जिसके कारण वह बोलिंग होने से पहले ही अपने क्रीज को छोड़ देते हैं और उसी स्थिति में बोलर आउट कर देता है ।
Catch Out Rules
Catch Out Ruls तो आप सभी ने सुना ही है, आप सभी जानते हैं कि कोई भी खिलाड़ी जब बॉल को हिट करता है और वह सीधे बल्लेबाजों के हाथ में चली जाती है और वह आउट हो जाता है । लेकिन इसमें भी एक नियम है, यदि केच करने के दौरान बोल खिलाड़ी क्रिकेट या हेलमेट से लग जाती है और उसके हाथ में आती है, तो इस केस को केस नहीं माना जाएगा और उस कंडीशन में खिलाड़ी आउट भी नहीं माना जाता है । जी हां आपने सही सुना अभी तक अभी सोच रहे हैं कि खिलाड़ी कैसे भी करके गेंद को पकड़ सकता है लेकिन यह गलत थे खिलाड़ी अपने टोपी और हेलमेट को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग पर गेंद फुल टच होने पर केच कर सकता है और आउट माना जा सकता है, लेकिन हेलमेट और के पर लगी हुई बाद में आती है तो इसे कैच आउट नहीं माना जाता है ।
फोरफीचर रूल्स –
टेस्ट मैच के इस नियम के अनुसार अगर दोनों टीम के कप्तान चाहें तो एक ही इनिंग खेलकर मैच का फैसला करने पर सहमत हो सकते हैं। साल 2000 में दक्षिण अफ्रीका और भारत ने इस नियम का पहली बार प्रयोग किया था।