Ind Vs Ban : ‘मुस्तफिजुर ने मुझसे कहा …’, मुश्किल घड़ी में मेहंदी हसन से क्या हुई थी बात जिसे आप भी जानकर रह जाएंगे हैरान

viral news

न्यूजीलैंड दौरा समाप्त करने के बाद भारतीय टीम बांग्लादेश दौरे पर है, जहां पर टीम इंडिया को बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की T20 सीरीज खेलनी हैं। इस सीरीज का पहला मुकाबला आज, 4 दिसंबर को खेला गया। ढाका के शेर-ए बांग्ला क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा चुके इस मुकाबले में बांग्लादेश टीम ने 1 विकेट से टीम इंडिया को हरा दिया। इसी के साथ सीरीज में भी बांग्लादेश ने 1-0 से बढ़त बना चुकी है। इस जीत के नायक मेहदी हसन रहे।

जब बांग्लादेश का 136 रनों पर 9 विकेट गिर चुका था तब ऐसा लगा कि बांग्लादेश यह मुकाबला अपने हाथ से गंवा बैठेगी। लेकिन मेहदी और मुस्ताफिजुर रहमान ने मिलकर बांग्लादेश को ढाका में भारत के खिलाफ जीत दिलाई। मैच के बाद मेहदी का कहा कि मुस्तफिज ने मुझपर विश्वास करना कभी बंद नहीं किया।

मुझे पूरा विश्वास था कि हम जीत सकते हैं: मेहदी हसन मेहदी हसन मैच के हीरो रहे, उन्होंने मैच के बाद कहा कि

“हो सकता है कि लोग मुझे पागल कहें, लेकिन मुझे पूरा विश्वास था कि हम जीत सकते हैं। मैंने केवल मैच जीतने पर ध्यान लगाया। मैं खुद से कहता रहा कि मैं यह कर सकता हूं। मैंने सोचा कि मैं इबादत के साथ 15 रन बनाऊंगा, हसन महमूद के साथ 20 रन और मुस्ताफिज के साथ शेष 15-20 रन, लेकिन दो विकेट गिरने के बाद आखिरी विकेट शेष रहने के कारण करो या मरो की स्थिति बन गई”।

मेरा यह चांस बहुत काम आया : मेहदी हसन

जीत के बाद अपने बैटिंग पार्टनर मुस्तफिजुर रहमान से क्रीज पर हुई बातचीत के बारे में बात करते हुए मेहदी हसन ने कहा,

“तुम मेरी चिंता मत करो। मैं अपने अंत में गेंद को रोकूंगा। मैं शरीर पर गेंद लूंगा, लेकिन मैं आउट नहीं होऊंगा। अगर मैं सोचाता कि हम हार जाएंगे या बाकी रन नहीं बना पाएंगे, तो काम नहीं करता। यह निश्चित रूप से करो या मरो की स्थिति थी। हिट करने की कोशिश में आउट होने में कोई दिक्कत नहीं थी। जब हमें 50 रनों की जरूरत थी, तो मैंने चांस लिया और यह काम आया।”

मुस्तफिजुर ने मुझे काफ़ी प्रोत्साहित किया: मेहदी हसन मेहदी हसन ने आगे कहा कि,

“जब हमें 14 या 10 रनों की जरूरत थी, तब मैं उत्साहित हो गया। हमने कई करीबी मैच गंवाए हैं, लेकिन मुस्तफिजुर मुझे प्रोत्साहित करते रहे। जल्दी मत करो, छक्का मारने की कोशिश मत करो। आप मैदान के साथ बल्लेबाजी करते हैं, हम रन बनाएंगे। मैं अपने गेम प्लान को लेकर बहुत स्पष्ट था। मुझे पता था कि मैं क्या करना चाहता हूं। मुझे लगता है कि इससे भी मदद मिली”।

आगे अपनी बातचीत में मेहदी हसन ने कहा कि,

“मुस्तफिज मेरे अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने मेरा बहुत समर्थन किया। एक चीज जो सबसे अलग थी, वह थी उनका आत्मविश्वास। वह मुझसे कहते रहे, तुम मेरी चिंता मत करो। मैं अपने छोर पर गेंद को रोकूंगा। मैं शरीर पर गेंद लूंगा। उनका आत्मविश्वास मुझ पर टूट पड़ा। वह मुझे अपनी चिंता न करने के लिए कहता रहा”।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top