पाकिस्तानी दिग्गज ने किया चौंकाने वाला खुलासा, कहा- मुझसे मालिश कराई और जूते साफ कराए

मुझसे मालिश कराई और जूते साफ कराए

वसीम अकरम ने अपनी बायोग्राफी ‘ सुल्तान: ए मेमॉयर ‘ में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और टीम के साथी खिलाडी सलीम मलिक के बारे में कुछ विवादित खुलासे किए । अकरम ने खुलासा किया कि मलिक उनकीसीनियर होने का फायदा उठाते थे और दौरे के दौरान उनके साथ नौकर की तरह व्यवहार करते थे। 56 वर्षीय अकरम ने यह भी कहा कि मलिक मालिश कराने की डिमांड करते थे ।लेकिन इन खुलासों के बाद 1992-95 तक राष्ट्रीय टीम की कप्तानी करने वाले मलिक ने पूर्व तेज गेंदबाज को जवाब दिया और कहा कि अगर वह ‘स्वार्थी’ होते तो अकरम को कभी ‘गेंदबाजी करने का मौका’ नहीं देते

मलिक पर क्रिकेट खेलने पर आजीवन प्रतिबंध लगा था

सलीम मलिक ने 24 न्यूज से बात करते हुए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि “मैं उनसे उनकी आरोपों पर उनका विचार पूछना चाहता था और उन्होंने किस अर्थ में लिखा था। हम पाकिस्तान से जिस भी दौरे पर जाते थे, वहां कपड़े धोने की मशीन हुआ करती थी। उन्हें कभी अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ा,” आपको बता दें कि मलिक मैच फिक्सिंग के दोषी थे और 2000 में उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था। मैं उनके किसी भी आरोप के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। हम सहकर्मी हैं और साथ में अच्छा समय बिताया है। इसलिए मैं कोई विवाद आगे खड़ा नहीं करना चाहता।“अगर मैं स्वार्थी होता, तो उसने अपना पहला मैच मेरी कप्तानी में कैसे खेला? तो मैं उसे गेंदबाजी क्यों करने दूं।’

ईण्डिया के विरुद्ध साल 1987 में भारत के खिलाफ उन्होंने यादगर पारी खेली

सलीम मलिक ने ने आगे कहा, ‘जिस तरह से वह कपड़े और मसाज की बात कर रहे हैं, वह खुद की बेइज्जती कर रहे हैं। जब तक मैं उनसे बात नहीं करता, मुझे भी नहीं पता लगेगा उन्होंने इसे किस अर्थ में लिखा है। सलीम मलिक की कप्तानी के दौरान, पाकिस्तान ने 12 टेस्ट मैचों में से सात और 34 एकदिवसीय मैचों में से 21 जीत हासिल किया है । सलीम मलिक ने साल 1982 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। सलीम मलिक टेस्ट पदार्पण पर शतक बनाने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए. जो उस समयउन्होंने दूसरी पारी में 100 रनों की नाबाद पारी खेली थी । उस समय उनकी उम्र महज 18 साल 323 दिन थी। उनकासबसे सर्वश्रेस्ट पारी साल 1987 में भारत के खिलाफ था। 40 ओवरों में 238 रनों का पीछा करते हुए जब वह क्रीज पर आए तो पाकिस्तान का स्कोर पांच विकेट पर 161 रन था। इसके बाद उन्होंने 36 गेंदों पर 72 रनों की नाबाद पारी खेली, जिससे उनकी टीम ने दो विकेट और तीन गेंद शेष रहते मैच जीत लिया।

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