भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। वही पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने बेहद खराब प्रदर्शन दिखाया। भारत ने अपनी पहली पारी में केवल 109 रन ही बना पाई। पहली पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से सबसे सफल गेंदबाजी मैथ्यू कुहेमैंन ने किया इन्होंने 5 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया। इनके अलावा नेथन लियोन 3 विकेट अपने नाम किए और टॉड मरफी ने 1 विकेट चटकाया
इसके बाद जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी में 197 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से सबसे सफल बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने किया। उस्मान ख्वाजा ने 147 गेंदों का सामना करते हुए 60 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। वहीं भारतीय टीम की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज ही रविंद्र जडेजा ने किया। जडेजा ने 4 विकेट अपने नाम हासिल किए। इनके अलावा रविचंद्र अश्विन और उमेश यादव ने तीन-तीन विकेट चटकाया। ऑस्ट्रेलिया ने 197 रन बनाकर भारत से लीड कर रही थी।
गेंदबाजों का रहा बोलबाला
इसके बाद अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने एक बार फिर से सभी को निराश करते हुए बेहद खराब बल्लेबाजी का नजारा दिखाया। भारतीय टीम के दूसरे पारी में भी पत्तों की तरह विकेट गिरते चले गए। दूसरी पारी में भारतीय टीम की तरफ से सबसे सफल बल्लेबाजी केवल चेतेश्वर पुजारा ने किया। चेतेश्वर पुजारा ने 142 गेंदों का सामना करते हुए 59 रन की बेहतरीन पारी खेली। इस दौरान पुजारा के बल्ले से 5 चौके और एक छक्का भी निकला हैं। इनके बेहतरीन पारी के बदौलत भारतीय टीम 163 रनों तक पहुंचने में सफल रह पाई। वही चेतेश्वर पुजारा के अलावा भारत के किसी भी बल्लेबाज ने 30 रन का भी आंकड़ा छू नहीं पाया। ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से दूसरी पारी में सबसे सफल गेंदबाजी नेथन लियोन ने किया। नेथन लियोन ने अकेले ही भारत के 8 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। वही इसके अलावा 8 विकेट हासिल करने के बाद नेथन लियोन ने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। इनके अलावा मिचेल स्टार्क और मैथ्यू कुहेमेँन ने एक एक विकेट चटकाया।
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आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने गेंदबाज़ी के साथ साथ बल्लेबाजी में भी दिखाएं दमखम
भारतीय टीम के 76 रनों के छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया। भले ही उस्मान ख्वाजा 0 रन पर ही रविचंद्र अश्विन की गेंद पर शिकार हो गए। लेकिन इसके बाद ट्रेविस हेड और मरनस लाबूसेन ने बेहतरीन साझेदारी करके इस तीसरे टेस्ट मुकाबले को अपने नाम कर लिया। ट्रेविस हेड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 49 रन की शानदार पारी खेली। लेकिन अपने अर्धशतक से चूक गए। क्योंकि मरनस लाबूसेन ने 18.5 ओवर की गेंद पर चौका मारकर मैच को जीता दिया। वही मरनस लाबूसेन ने 59 गेंदों का सामना करते हुए 28 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। इस दौरान इन दोनों के बल्ले से छह छह चौके निकले हैं। वहीं इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम तीसरे टेस्ट मुकाबले को अपने नाम करते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई है।