क्रिकेट की दुनिया में टीम मैनेजमेंट का बहुत झोल रहता है जहां वह कुछ खिलाड़ियों को टीमें शामिल नहीं करते यह जानने के बावजूद कि वह खिलाड़ी बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करता है जिस के मामले में इस लेख में हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको खेलने का मौका, उसके शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी नहीं मिला. जहां उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया.
इस खिलाड़ी को पूरी तरीके से अपने आप पर उम्मीद था कि भारतीय चयनकर्ता है इनको अपनी टीम में शामिल कर खेल खेलने देंगे पर उन्होंने ऐसा नहीं किया जहां इसके बाद वह अपने काबू से बाहर हो गए.
इस खिलाड़ी का छलका दर्द
हम जिस खिलाड़ी के इस लेख में बात कर रहे हैं वह और कोई नहीं बल्कि सरफराज खान है जिन्हें ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने नहीं छूना और वह अपनी निराशा जाहिर कर रहे हैं.
सरफराज खान ने कहा;
“उन्हें चयनकर्ताओं द्वारा कहा गया था कि तुम्हारे अच्छे दिन आएंगे और जल्द आएंगे, लेकिन लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भी टीम में मौका नहीं मिला.”
टीम से बाहर होते ही रोने लगे सरफराज खान
जब चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम का ऐलान किया था सरफराज खान को यकीन नहीं हुआ कि उनके साथ कुछ ऐसा भी हो सकता था जहां पर उन्होंने इस को लेकर अपना बयान दिया;
“मैं पूरी तरह से अकेला हो गया था और मैं खूब रोया था, क्योंकि कहने के बाद भी मेरा चयन नहीं हुआ था.”
उन्होंने बताया कि;
“मुंबई के होटल में भी चेतन शर्मा से उनकी मुलाकात हुई थी और उन्होंने कहा था कि निराश ना हो, आपको मौका मिलेगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ.”
आपको बता दें कि सरफराज खान ने 36 फर्स्ट क्लास मैचों में 3380 रन हासिल किए, जिसके बाद उनको लगातार मौके की तलाश है.