इन दिनों भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जा रही है। कल की रात को सीरीज का दूसरा मैच समाप्त हुआ। जहां ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ने तूफानी बल्लेबाजी का परिचय देकर टीम इंडिया को जीत दिलाई।
दूसरे मैच में ईशान किशन 93 रनों की धमाकेदार पारी खेले। यह अपने शतक को पूरा करने में 7 रनों से चूक जाते हैं। हालांकि इसी दौरान ईशान किशन एक बड़ा बयान देते हैं कि, मेरे जैसे छक्के कोई नहीं मार सकता। आइए इनके बयान को विस्तार में समझते हैं।
बता दें कि किशन को जब स्ट्राइक रोटेट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, “हम हमेंशा से सीखने की कोशिश करते है, हम जिस स्तर पर खेल रहे है, वहां कम गलतियां करने की सोचते है। लेकिन जिस दिन हम मैदान पर अच्छा खेलते है तो हम अपनी गलतियों से सीखते है कि हम अच्छा कैसे करें।”
उन्होंने आगे कहा कि, “में दूसरे मैच में शतक से चूक गया, लेकिन मैने टीम के लिए 93 रनों की पारी खेली। जो कि काफी अच्छी थी। ऐसे में आपको बुरा लगता है, लेकिन अगली बार ऐसे स्थिति में होता हूं तो पूरी कोशिश करूंगा की शतक बनाकर रहूं।”
उन्होंने स्ट्राइक रेट के बारे में कहा कि, “जब भी स्ट्राइक रोटेट की बात आती है तो कई खिलाडी ऐसा खलते है और कई खिलाडी बडे शोट्स खेलना पसंद करते है और बहुत से ऐसे खिलाडी होते है जो मेरी तरह छक्के नहीं लगा सकते, लेकिन छक्के लगाना मेरी ताकात है।”
“हालांकि जब में बडे शोट्स से वो काम कर सकता हूं तो में स्ट्रइक रोटेट के बारे में नहीं सोचता। लेकिन कई बार ऐसे स्थिति आती है जब मुझे स्ट्राइक बदलना पडता है। और छक्के मारने वाली गेंद होगी तो मैं छक्का ही मारुंगा। इसलिए मुझे खुद को स्ट्राइक रोटेट करने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।”
ईशान ने आगे कहा कि, “आज के दौर में स्ट्राइक रोटेशन बेहद जरुरी है। में अपने शतक से केवल सात रन दूर था। मुझे एक एक रन लेकर अपना शतक पूरा करना चाहिए थे। लेकिन मैं अपना क्रिकेट कभी भी इस तरह से नहीं खेलता हूं। में सिर्फ अपनी टीम के लिए खेल रहा हूं।”
“अगर जो मैं अपने रनों के लिए खेलने लगा तो मैं क्रिकेट के फैंस को निराश कर दूंगा। मुझे ये भी पता है कि ये कोई खास प्रदर्शन नहीं है। मैं इससे भी बेहतर कर सकता हूं। हमारी भारतीय टीम में फिलहाल सारे खिलाडी अच्छे फॉर्म में है। मैं अपने समय का इंतेजार करूंगा और जब भी मुझे मौका मिलेगा तो मेरे अंदर का आत्मविश्वास होना भी बेहद जरुरी है।”