इस महीने की 27 तारीख से एशिया कप के लिए भारत ने अपनी टीम घोषणा कर दिया है। जब से एशिया कप के लिए टीम का चयन हुआ है इस चुनी गयी टीम चयनकर्ता को लेकर सवाल उठने लगे है । बहुत से ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया गया है जो किसी भी क्रिकेट प्रेमी के समझ के ऊपर है। चयनित टीम मे गौर करने वाली बात यह है कि टीम के कुछ खिलाड़ी फॉर्म मे नहीं है या तो क्रिकेट खेले हुए उन्हे काफी दिन हो गया है । इस टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ियों को भी लिया गया है, जो टीम में जगह बनाने के लिए बिलकुल भी उपयुक्त नहीं है । तो वहीं दूसरी ओर टीम से बाहर बैठे कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिनकी जगह टीम में बनती थी लेकिन उनका चयन नहीं किया गया है
एक नजर डालते है उन 3 खिलाडी पर जिन पर इंडियन क्रिकेट सेलेक्टर्स की नजर नहीं गयी । इन खिलाड़ियो ने टीम इंडिया को अपने अकेले दम कई मैच जितवाए है । हम यह कह सकते है कि एशिया कप के लिए टीम में इनका चयन होना चाहिए था लेकिन उन्हें एशिया कप के स्क्वाड में नहीं लिया गया है।
1- मौहम्मद शामी
जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के बाद मजबूत विकल्प के रूप मे अनुभवी गेंदबाज की कमी केवल मोहम्मद शामी ही पूरी कर सकते है । चयनकर्ता का शामी को नजरअंदाज करना कतई सही फैसला नहीं कहा जा सकता है। मौहम्मद शामी मौजूदा भारतीय टीम मे एक अच्छे तेज गेंदबाज हैं, जो गेंद को किसी भी पिच पर स्विंग कराते हैं। अपनी गेंदबाजी से वो बड़े-बड़े बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसा लेते हैं,ये वो कारण हैं कि जिसके लिए उन्हें टीम में चुनना चाहिए था।
2- कुलदीप यादव
पिछले काफी समय से कुलदीप यादव चोट के कारण टीम से बाहर थे, लेकिन अब वो बिलकुल फिट हो चुके हैं । अभी हाल ही मे वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी मैच मे अपनी कसी हुई गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया भी था , इसलिए उन्हें टीम में चुनना चाहिए था। सभी क्रिकेट फैंस की यह चाह भी थी की कुलदीप को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में लिया जाना चाहिए था। कुलदीप यादव को एक गेम चेंजर के रूप मे भी जाना जाता है
3 – दीपक चाहर
बहुत दिनो से दीपक चाहर भी चोट के कारण टीम से बाहर थे। एशिया कप में दीपक चाहर आलराउंडर के तौर पर टीम मे शामिल किए जा सकते थे। वो टीम में चयन के लिए प्रबल दावेदार खिलाड़ियो मे से एक थे । दीपक चाहर को एशिया कप के लिए भारतीय स्क्वाड में लिया जाना चाहिए था। इससे उनके साथ-साथ टीम को भी फायदा मिलता। भारतीय टीम मे चाहर एक अच्छे गेंदबाज हैं जो गेंद को दोनों ओर स्विंग कराते हैं। टीम की जरूरत के हिसाब से वो अच्छी खासी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, और वो गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं, ये बात कुछ अवसरों पर उन्होंने साबित करके भी दिखाई है।