कल शाम T20 वर्ल्ड कप के अंतर्गत पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच मुकाबला खेला। यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के पर्थ स्टेडियम से लाइव था। इस मुकाबले में पाकिस्तान को 1 रन से मैच को अपने हाथ से गंवा बैठती हैं। इस मुकाबले में जिम्बाब्वे के कप्तान टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय करते हैं। पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 130 रन बनाए।
जिंबाब्वे टीम के तरफ से सीन विलियम्स सर्वाधिक 31 रनों की पारी खेलते हैं इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज 20 रनों से अधिक की पारी नहीं खेल पाता है। मोहम्मद वसीम ने 4 ओवर में 24 रन देकर 4 विकेट निकाले। वही शादाब खान 4 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट निकाले।
जिम्बाब्वे द्वारा बनाए गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान टीम के ओपनर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम मैदान पर उतरते हैं। मोहम्मद रिजवान 1 छक्के तथा 1 चौके की मदद से 14 रनों के निजी स्कोर पर अपने विकेट को गंवा बैठते हैं। वही बाबर आजम 4 रनों की पारी खेलते हैं। शान मसूद मैच को जिताने का पूरा प्रयास करते हैं। इन्होंने 44 रनों की बेमिसाल पारी खेलते हैं लेकिन सिकंदर रजा के गेंद पर शान मसूद सेंट चकबवा के हाथों में कैच पकड़ा बैठते हैं।
लेकिन पाकिस्तान के विकेट गिरने की सिलसिला बना रहा। अंत में जाकर पाकिस्तान टीम इस मुकाबले को 1 रन से हार जाती हैं। जिंबाब्वे टीम की तरफ से सिकंदर रजा ने शानदार गेंदबाज़ी का परिचय दिए। इन्होंने 4 ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट निकाले जिसके लिए इनको प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी सौंपा जाता है।
आइए जाने सिकंदर रजा के बारे में
सिकंदर रजा का जन्म 24 अप्रैल 1986 पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था। बचपन में इनका पालन-पोषण पाकिस्तान में ही हुआ। बचपन में इनका सपना था कि यह पाकिस्तानी एयरफोर्स में फाइटर पायलट बनकर देश की सेवा करना चाहते थे। इन्होंने एयरफोर्स में जाने के लिए कड़ी मेहनत की और एंट्रेंस एग्जाम को भी क्वालीफाई किए। तीसरे साल इनको अनफिट बता कर इन्हें निकाल दिया गया जिसके बाद इनका एयरफोर्स का सपना टूट जाता है।
सन् 2002 में यह अपने परिवार के साथ जिम्बाब्वे आ गए। एयरफोर्स का सपना टूटने के बाद यह कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहे जिसके लिए इन्होंने स्कॉटलैंड की ग्लास्गो यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। हालांकि इन्होंने क्रिकेट क्लब ज्वाइन किया उसमें उनका प्रदर्शन काफी बेहतर साबित हो रहा था। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड नजर पड़ने पर टीम में चुन लिया गया। मई 2013 में सिकन्दर रजा ने बांग्लादेश के खिलाफ अपना डेब्यू किया। अब इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने जलवे को बिखेरते हुए नजर आ रहे हैं।