दिलीप ट्राफी के फाइनल मैच में शुक्रवार को दि युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार दोहरा शतक लगाकर क्रिकेट चयनकर्ताओं की तरफ अपना ध्यान आकर्षित किया। यशस्वी जायसवाल ने वेस्ट जोन की ओर से खेलते हुए साउथ साउथ जोन के विरुद्ध 30 शानदार चौके और चार छक्के की सहायता से 265 रनों की शानदार पारी खेली । यशस्वी जयसवाल फर्स्ट क्लास क्रिकेट में इस पारी के बदौलत 1000 रन भी अपने पूरे कर लिए हैं। घरेलू सीरीज में सबसे कम पारियों में 1000 रन बनाने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ियों अमोल मजूमदार और रूसी मोदी के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर लिया । पूर्व क्रिकेटर मजूमदार और मोदी ने घरेलू भारतीय क्रिकेट में 13 पारियों में 1000 रन बनाए थे । इसी रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए युवा बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने मात्र 13 पारियों में यह रिकॉर्ड बना लिया ।
यशस्वी जायसवाल ने 265 रनों की शानदार पारी खेली
दिलीप ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में यशस्वी जायसवाल की शानदार पारी की बदौलत ईस्ट जोन 57 रन पिछड़ने के बावजूद 319 रन की बढ़त बना ली है ।यशस्वी जायसवाल ने तीसरे विकेट की साझेदारी के लिए श्रेयस अय्यर के साथ 169 रन और चौथे विकेट की साझीदारी में सरफराज खान के साथ 58 रनों की भाग भागीदारी कर अपनी टीम को मजबूत किया । यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर ने बल्लेबाजी के लिए मददगार पिच पर फायदा उठाते हुए स्पिनरों को खूब पिटाई किया । श्रेयस अय्यर ने 113 गेंदों में चार चौकी और दो छक्कों की मदद से 71 रन की पारी खेली । साउथ जोन को अब यह खिताब को जीतने के लिए इस मैच को किसी भी तरीके से ड्रा ही कराना होगा ।टीम लक्ष्य का पीछा कर या पहली पारी में बढ़त के आधार पर खिताब जीत सकती है.
कप्तान रहाणे ने फिर बल्ले से किया निराश
इस फाइनल मैच में साउथ जोन के कप्तान हनुमा विहारी ने साई किशोर (100 रन पर दो विकेट) को आक्रमण में लगाने में देर कर दिया . गेंदबाजी ला जिम्मा संभालते ही साई किशोर ने पंचाल को आउट कर दिया . इसके तुरंत ही बाद कृष्णप्पा गौतम (139 रन पर एक विकेट) ने अजिंक्य रहाणे (15) का विकेट चटकाया. वेस्ट जोन के कप्तान रहाणे ने एक बार फिर बल्ले से हर किसी को निराश किया