भारतीय महिला बनाम वेस्ट इंडीज महिला के बीच टी-20 विश्वकप का 9वा मुकाबला खेला जा रहा है। भारतीय टीम का दूसरा मुकाबला है। इस मुकाबले को केपटाउन के मैदान में खेला जा रहा है। वही इस मैच में वेस्टइंडीज टीम की कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। वही पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज टीम ने काफी धीमी शुरुआत करी।
वेस्टइंडीज टीम की सलामी बल्लेबाज और टीम की कप्तान हैली मैथ्यू पूजा वस्त्रकर की गेंद पर रिचा घोष के हाथों में कैच थमा बैठी। इसके बाद स्टेफनी टेलर और शेमेने कैंपबेले ने बेहतरीन साझेदारी करी। स्टेफनी टेलर ने 40 गेंदों में 42 रन की शानदार पारी खेली इस दौरान उनके बल्ले से 6 चौके भी निकले। लेकिन दुर्भाग्यवश अपना अर्धशतक बनाने में नाकाम रही और दीप्ति शर्मा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गई।
इनके अलावा शेमेने कैंपबेले ने 36 गेंदों मैं 30 रन की अहम पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा वेस्टइंडीज की किसी भी बल्लेबाज ने बड़ी पारी खेलने में नाकामयाब रही। वेस्टइंडीज टीम 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 118 रन ही बना पाई।
भारतीय टीम की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज दीप्ति शर्मा रहे इन्होंने चार ओवर की गेंदबाजी में 3 विकेट अपने नाम किए। इनके अलावा रेणुका सिंह ठाकुर और पूजा वस्त्रकर ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।
रिचा घोष और हरमनप्रीत कौर की जोड़ी ने जीताया दूसरा मैच
वेस्टइंडीज टीम की 119 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम की सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने विस्फोटक शुरुआत करी। शेफाली वर्मा ने 23 गेंदों का सामना करके 28 रन की तेजतर्रार पारी खेली इस दौरान इनके बल्ले से 5 चौके भी निकले। लेकिन इसके बाद करिश्मा की गेंद पर शिकार हो गई। बल्लेबाजी कर रही स्मृति मांधना भी जल्द ही अपना विकेट गंवा बैठी। इसके बाद जेमिमा रॉड्रिक्स भी इस मैच में पूरी तरह फ्लॉप रही वेस्टइंडीज टीम की कप्तान हेली मैथ्यूज ने अपनी गेंद पर शिकार बनाया।
इसके बाद हरमनप्रीत कौर और रिचा घोष ने लाजवाब साजिदारी करते हुए भारतीय टीम के पारी को आगे बढ़ाया। रिचा घोष ने 32 गेंदों में 44 रन की तूफानी पारी खेलते हुए भारतीय टीम को जीत के करीब ले गई। इस दौरान रिचा के बल्ले से 5 चौके भी निकले। इनके अलावा हरमनप्रीत कौर ने भी अहम भूमिका निभाते हुए 41 गेंदों में 33 रन की बेहतरीन पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों के बेहतरीन पारी के बदौलत भारतीय महिला टीम विश्व कप का दूसरा मैच जीतने में कामयाब रही।