जैसा कि हम सभी लोगों ने देखा महेंद्र सिंह धोनी के घुटने कभी चोट लगी तो कभी गिरते हुए लड़खड़ा गए। लेकिन इसके बावजूद भी आई पी एल 2023 में एक भी मुकाबला मिस किए बिना ही महेंद्र सिंह धोनी ने मैदान में तहलका मचा कर रखा हुआ था। वही इस सीजन महेंद्र सिंह धोनी की काफी ज्यादा चर्चा करी गई, क्योंकि लोगों को यह आशंका थी कि महेंद्र सिंह धोनी का यह आखिरी आईपीएल सीजन होने वाला है। इसके बाद धोनी पूरे क्रिकेट फॉर्मेट से अलविदा कह देंगे। लेकिन आपको बता दें कि चेन्नई सुपर किंग को पांचवीं बार आईपीएल का खिताब जीताने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने यह बड़ा खुलासा किया है कि आई पी एल 2024 भी खेलने के लिए मैदान में उतरने वाले हैं।
धोनी की फिटनेस रहेगी सबसे बड़ी समस्या
आपको बता दें कि आईपीएल ने धोनी के घुटनों में काफी गंभीर चोट आई थी लेकिन जैसे ही आईपीएल खत्म हुआ उसके तुरंत बाद महेंद्र सिंह धोनी अपने घुटनों की सर्जरी कराने के लिए अस्पताल पहुंचे और उनकी सर्जरी सफल भी हो गई। लेकिन अब लोगों में यह चर्चा चल रहा है कि क्या महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2024 में चेन्नई सुपर किंग के लिए फिर से कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे या नहीं। इसके ऊपर खुद महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि वह अगले साल में आईपीएल खेलना चाहते हैं लेकिन सब कुछ उनके फिटनेस पर निर्भर करता है। अगर उनकी फिटनेस में कोई भी समस्या नहीं आती है तो वह जरूर आईपीएल 2024 भी खेलते हुए दिखाई देंगे। वही आपको बता दें कि यह खबर सुनते हैं सभी फैंस अगले साल भी महेंद्र सिंह धोनी के लिए काफी ज्यादा एक्साइटेड हो चुके हैं। यही कारण है कि महेंद्र सिंह धोनी भी अपनी फिटनेस को और भी बेहतर करके साल 2024 में आईपीएल का सीजन एक बार फिर से खेलते हुए दिखाई देंगे।
जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाना जानते हैं थाला धोनी
अगले साल इंडियन प्रीमियर लीग खेलने पर चेन्नई सुपर किंग के सीईओ काशी विश्वनाथ ने महेंद्र सिंह धोनी के बारे में बताया है कि, हमने कभी उनसे इस तरह के सवाल नहीं पूछे कि उन्हें खेलना है या नहीं यदि वह नहीं खेलना चाहते हैं तो वह सीधे आकर हमसे कह देते हैं। हम जानते हैं कि वह इस सीजन चोट के कारण से उन्हें काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा था। लेकिन टीम के प्रति जिस तरह वह अपनी जिम्मेदारियां निभा सकते थे, महेंद्र सिंह धोनी ने निभाया। इस नजरिए से देखा जाए तो कैप्टन कूल धोनी की काफी सराहना करनी चाहिए, जहां पर उन्होंने शुरू से लेकर अंत तक अपनी टीम के लिए मैदान पर खड़े रहे और फाइनल में चेन्नई को पांचवीं बार खिताब जिताने में भी सफल हो पाए।