चेतेश्वर पुजारा के खिलाफ कैच पर डीआरएस लेना ही गलत इंग्लैंड में खेले काउंटी मुकाबलों में टीम इंडिया के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा हाल ही में बेहतरीन बल्लेबाजी कर के दिखाया था । इंग्लैंड के विरुद्ध एजबेस्टन में खेले जा पहली पारी में वह कुछ खास अपने बैट से कमाल नहीं कर सके। दूसरी पारी में जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। टीम के ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल मात्र चार बनाकर आउट हो गए। भारतीय पारी की इस खराब शुरुआत के चेतेश्वर पुजारा ने टीम की दूसरी पारी को संभाला मेजबान टीम इंग्लैंड टेस्ट मैच के खेल के तीसरे दिन भारत के 416 रनों के जवाब में 284 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस तरह से टीम इंडिया ने मैच में 132 रनों की लीड हासिल कर लिया ।
टेस्ट मैच के खेल के तीसरे दिन पुजारा को आउट करने के लिए इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने जोरदार अपील किया लेकिन मैदानी अंपायर ने उन्हे नॉट आउट करार दिया। अब इंग्लैंड के कप्तान ने विकेटकीपर और गेंदबाज से सलाह ली और थर्ड अंपायर के पास जाने का निर्णय किया। डीआरएस में साफ देखा गया कि गेंद ऑफ स्टंप के लाइन पर पिच हुई थी और स्विंग के साथ वह विकेट के सीध में चली गई लेकिन रीप्ले में वह विकेट के ऊपर से निकलते हुए दिखाई पड़ी इसके बाद पुजारा नॉट आउट करार दिये गए , इस निर्णय से इंग्लैंड के खिलाड़ियों में घोर निराशा थी।
अंपायर के इस निर्णय पर उस समय कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर काकहना था कि अगर बैट और बॉल के बीच कांटैक्ट नहीं हुआ अगर ऐसा हुआ होता तो शायद पुजारा खुद से ही क्रीज को छोड़ देते। इस तरीके से इंग्लैंड के खिलाड़ियों की नाराजगी दिखाना बिलकुल भी जायज नहीं है। सभी ने देखा कि टीवी रिप्ले में बैट से किसी तरह का कोई एज नहीं लगा है
खेल के तीसरे दिन मेजबान इंग्लैंड की टीम भारत के 416 रनों के जवाब में 284 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। भारतीय टीम ने इस तरीके से तरह मैच में 132 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। इस बीच इंग्लैंड के सभी तेज गेंदबाजों की तिकड़ी लगातार पुजारा पर दबाव बनाए हुए है ।