हाल ही में खेले जाने वाले सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज और लीजेंड्स लीग के अंदर पठान बंधुओं ने काफी प्रभावित किया है। दोनों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी की मदद से अपनी टीम के लिए योगदान दिया। इंटरनेशनल क्रिकेट के अंदर इरफान और यूसुफ ने कई बार कई मौकों पर टीम इंडिया को जिताया है। भारतीय क्रिकेट टीम के अंदर खेलने वाली सबसे प्रसिद्ध भाइयों की जोड़ी रही है। उनके अलावा भी एक ऐसी जोड़ी है जिन्होंने हमें प्रभावित किया है जोकि पांड्या बंधू है। आज हम उन्हीं 9 सबसे श्रेष्ठ भाइयों के जोड़ी के बारे में बात करेंगे जिन्होंने टीम इंडिया का नेतृत्व किया है।
इरफान और यूसुफ
श्रेष्ठ भाइयों की जोड़ियों में यह दोनों भाई भारत के लिए एक शानदार ऑलराउंडर रहे हैं। दोनों मिलकर एक साथ कई सारे सुपरहिट मैचेस को अंजाम दिया है। यह दोनों जोड़ी 2007 विश्वकप के टीम इंडिया के अंदर इंडिया को वर्ल्ड कप जिताने मैं भी बहुत सहायता की थी। हाल ही में यह दोनों भाइयों ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के अंदर इंडिया लीजेंड के लिए खेले थे।
अली ब्रदर्स
भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना ये मैच सन 1932 में खेला था। इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट के दौरान सैयद वजीर अली और सैयद नजीर अली दोनों भाइयों की जोड़ी ने डेब्यू किया था। यह भारतीय क्रिकेट में इतिहास का पहला जोड़ी था। हालांकि इनका कैरियर ज्यादा लंबा नहीं टीक पाया। वजीर ने भारत के लिए सात टेस्ट मैचेस और न जीने दो टेस्ट मैच खेले।
अमरनाथ ब्रदर्स
भारत के सर्वश्रेष्ठ जोड़ियों में से एक मोहिंदर और सुरिंदर अमरनाथ थे। उन्होंने भारत के लिए 3 वनडे मैच खेले थे। मोहिंदर ने 1969 से लेकर 1989 तक भारत के तरफ से खेला था, जबकि सुरेंदर 13 मैच भारत के लिए खेले थे।
पांड्या ब्रदर्स
हार्दिक पांड्या कुणाल पांड्या भारत के लिए एक साथ खेले हैं। सहयोग की बात यह है कि यह दोनों भाइयों ने ना केवल आईपीएल के टूर्नामेंट में खेला है बल्कि उन्होंने फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस की टीम में भी एक साथ खेल चुके। क्रुणाल पांड्या के अपेक्षा उनके छोटे भाई हार्दिक पांड्या ने अपने खेल की मदद से सारे देशवासियों का दिल जीत लिया है।
आपटे ब्रदर्स
माधवराव लक्ष्मण राव आप्टे जिन्होंने 1952 से लेकर 53 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने साथ टेस्ट मैच खेला है। जिसमें 542 रन बनाए थे। उनके भाई अरविंद ने बस एक मैच जोकि 1959 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। और उन्होंने उसके अंदर 15 रन बनाए थे।
सिंह ब्रदर्स
कृपाल सिंह भारत के दाएं हाथ के ऑफब्रेक गेंदबाज रह चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके भाई मिल्खा एक मीडियम पेसर गेंदबाज रह चुके है। कृपाल सिंह ने 14 टेस्ट मैच खेले वही मिल्खा सिंह ने चार।
अमर सिंह और लाढा राम सिंह
यह दोनों भाई गुजरात में पैदा हुए और 1932 से 1936 तक टीम इंडिया के हिस्सा रह चुके हैं। इसी दौरान अमर सिंह ने 7 टेक्स्ट मैचेस और लाढा केवल 1 खेल पाए। अमर सिंह टीम इंडिया के डेब्यू का हिस्सा रह चुके हैं।
गुप्ते ब्रदर्स
सुभाष और बालों यह दोनों भाई लेग ब्रेक स्पिनर थे। हालांकि दोनों कैरियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। सुभाष ने इंडिया के लिए 36 टेस्ट मैच खेले हैं और वही बालों ने सिर्फ 3।
नायडू ब्रदर्स
पूर्व भारतीय कप्तान कोट्टड़ी कनकेया नोएडा को कौन नहीं जानता होगा। इन्हें भारतीय टीम का भीष्म पितामह कहा जाता है। यह भारतीय टीम के सबसे पहले कप्तान थे। इनके इनके भाई सीएस नायडू इनके कप्तानी के दौरान टीम इंडिया के अंदर खेल चुके हैं। इनके तीसरे भाई सियाल नायडू भी थे। जिन्हें कभी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला।