कल राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच निर्णायक तथा आखिरी सीरीज खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला करते हैं। तथा छह विकेट से इस मैच को भी जीतने में सफल रहते हैं।
ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित ओवर में सात विकेट खोते हुए 186 रनों के लक्ष्य को भारतीय टीम के सामने रखती है। इस लक्ष्य को टीम इंडिया ने 19.5 ओवर में ही प्राप्त कर लेती हैं। विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव इस सीरीज में धुआंधार पारी खेलते हुए नजर आते हैं। विराट कोहली 4 छक्के और 3 चौकों की मदद से 63 रनों की अहम पारी खेलते हैं। वहीं सूर्यकुमार यादव 5 छक्के 5 चौके की मदद से 69 रनों की धमाकेदार पारी खेलते हैं।
किंग कोहली की शानदार पारी
जीत के बाद विराट कोहली प्रेजेंटेशन में कहते हैं कि,“इसलिए मैं 3 पर बल्लेबाजी कर रहा हूं, टीम को अपना अनुभव दे रहा हूं (उस स्थिति में)। सूर्या वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था, मैं डग-आउट की ओर मुड़ा, राहुल भाई और रोहित दोनों ने मुझे बल्लेबाजी जारी रखने के लिए कहा (और लंबे समय तक बल्लेबाजी की), उसके पास किसी भी स्थिति में (स्काई पर) बल्लेबाजी करने का खेल है, उसने एशिया कप में शानदार बल्लेबाजी की। वह गेंद को अच्छी तरह से प्रहार कर रहा है, पिछले 6 महीनों में मैंने उसे सबसे अच्छा देखा है। उसे टाइमिंग का तोहफा मिला है और मैं उसे अपने शॉट खेलते हुए देखकर हैरत में था।”
कोहली ने बताया मैच के अंत में क्या था प्लान
कोहली ने आगे बात करते हुए कहे कि,
“वह (एडम ज़म्पा पर) मेरी स्कोरिंग दर को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा था, इसलिए मैं लेग के बाहर खड़ा था और उस ऑफ-साइड क्षेत्र का उपयोग करने की कोशिश कर रहा था। मैं छक्के के बाद सिंगल लेने से थोड़ा निराश था, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण स्ट्राइक थी (20वें ओवर में पहली गेंद पर छक्का)। हम आखिरी ओवर के लिए अपनी आवश्यक दर को लगभग 4-5 रनों पर नहीं रखने से निराश थे, इसलिए जल्दी बाउंड्री हासिल करना महत्वपूर्ण था। मैं टीम में अपने योगदान से खुश हूं, मैंने ब्रेक लिया, नेट्स पर वापस गया, अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और सोचता हूं कि यह अच्छा हो रहा है। मैं योगदान देना जारी रखना चाहता हूं और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं।”