भारत और श्रीलंका की टीम के बीच महोली में पहला टेस्ट क्रिकेट मैच मैं भारत की जीत हुई और इस तरह दो टेस्ट मैच की सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त हासिल की। इस मैच के हीरो रहे रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन, जहां जडेजा ने नाबाद 175 रन के साथ 9 विकेट लिए वहीं अश्विन ने 61 रन और गेंदबाजी में 6 विकेट अपने नाम किए जिसकी वजह से भारतीय टीम की पारी ने 222 रनों से जीत हासिल की।
वैसे तो इस मैच में रविंद्र जडेजा के नाम काफी रिकॉर्ड्स आए, परंतु एक खास रिकॉर्ड रविचंद्र अश्विन के भी नाम आए, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड पर दूसरे पायदान में स्थित भारतीय खिलाड़ी कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ा, इस प्रकार सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड हासिल करने वाले दूसरे भारतीय तथा नवे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बन गए हैं।
मित्र डे को दिए इंटरव्यू में कपिल देव ने कहा यह उपलब्धि तो यह काफी पहले ही हासिल कर लेते परंतु इन्हें पिछले कुछ सालों से खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिल रहा है। मैं इनकी इस उपलब्धि से बहुत खुश हूं और मैं इसके लिए दूसरा पायदान क्यों पकड़ कर रखूं मेरा तो समय बीत चुका है।
सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड 10 साल तक कपिल देव ने अपने नाम रखा उसके पश्चात 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ एक मैच के दौरान अनिल कुंबले ने उनकी इस रिकॉर्ड को तोड़ा, और अब 18 साल के बाद रविचंद्र अश्विन उस जगह पर पहुंचे हैं, अश्विन मात्र कुंबले से पीछे रह गए हैं, अभी अश्विन की उम्र मात्र 35 साल है अतः उनके पास अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए काफी समय है वही कपिल देव ने कहा मेरे हिसाब से अनेक प्रतिभाशाली गेंदबाज है, अतः उन्हें 500 विकेट लेने का लक्ष्य अपने पास रखना चाहिए।
वही जैसी रविचंद्र अश्विन ने कपिल देव के रिकॉर्ड की बराबरी की उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावुक संदेश लिखा उन्होंने कहा 28 साल पहले मैं महान कपिल देव को दुनिया का सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों के लिस्ट में देखकर खुश होता था मुझे कभी उम्मीद नहीं था कि मैं एक ऑफ स्पिनर बनूंगा और अपने देश के लिए खेलूंगा और विक्टो की इस लिस्ट में अपने चहेते गेंदबाज को पीछे छोड़ सकूंगा मैं बहुत खुश हूं और अपने खेल का एहसानमंद हूं जिसने मुझे यह सब करने दिया।