टीम इंडिया मे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की कतार लगी हुई है । इस वक़्त भारतीय चयनकर्ता टीम इंडिया मे ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाड़ियों को अवसर भी दे रही है। भारत के बहुत से उम्रदराज क्रिकेटर को इस वजह से टीम से बाहर चल रहे है। टीम इंडिया मे बहुत दिन से बाहर चल रहे ओपनर मुरली विजय जो एक समय भारतीय टेस्ट टीम के सबसे बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज हुआ करते थे। उन्होने बड़े ही गुपचुप तरीके से इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले सकते है । इस जबरजस्त खिलाड़ी को जैसे ही उनका फॉर्म ख़राब हुआ भारतीय चयनकर्ता ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया था । अंत मे वापसी की कोई उम्मीद ना दिखाई देने पर इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह सकते है
मिलनाडु प्रीमियर लीग में लगाये थे 12 लंबे लंबे छक्के
इसी साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग में मुरली विजय अपना अंतिम मैच एनआरके (Nellai Royal Kings) के खिलाफ तूफानी पारी खेल कर क्रिकेट मे शानदार वापसी कर दिखाया था । तमिलनाडु प्रीमियर लीग के उस मैच में आरटीडब्ल्यू (Ruby Trichy Warriors) के लिए खेलते हुए मुरली विजय ने 66 गेंदों पर 121 रनों की तूफानी पारी खेली थी। एनआरके (Nellai Royal Kings) के खिलाफ उस विस्फोटक इनिंग के दौरान विजय ने 7 चौका और 12 गगनचुंबी छक्का लगाया था। लेकिन फिर भी उस मैच मे वो अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके थे , क्योंकि मुरली विजय का साथ उनकी टीम के अन्य बल्लेबाजों ने नहीं दिया था।
अब तक का मुरली विजय का क्रिकेट करियर का सफर
मुरली विजय का जन्म 1 अप्रैल 1984 को चेन्नई में हुआ था और फिलहाल उनकी उम्र अभी 38 साल हैं।अब उन्हें भारत के लिए इस कारण से खेलने का बिलकुल भी मौका नहीं मिल रहा है। इस कारण से मुरली विजय इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। विजय संन्यास लेने में कितना समय लेते है लेकिन अब देखना यह होगा कि लगाते हैं। मुरली विजय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 61 टेस्ट मैचों की 105 पारियों के दौरान बल्लेबाजी की है। उस दौरान विजय ने 38.28 की औसत से कुल 3982 रन बनाया है। इसके अलावा उनके बल्ले से 12 शतक और 15 अर्धशतक भी देखने को मिला था। मुरली विजय टीम इंडिया के लिए 17 वनडे में एक अर्धशतक की बदौलत 339 रन बनाए हैं। वहीं 9 टी-20 मैचों में उन्होंने सिर्फ 169 रन बनाए हैं।