बच्चे बाप से ही सीखते हैं, तो वीरेंद्र सहवाग के भांजे ने वीरेंद्र सहवाग से ऐसा क्या सीखा
अगर हम भारतीय क्रिकेट की बात करें और उसने वीरेंद्र सहवाग का नाम ना ले तो कुछ अधूरा सा लगता है, वीरेंद्र सहवाग अपने समय में काफी अच्छे बल्लेबाज के नाम से जाने जाते थे, सहवाग चाहे टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हो या T20 हमेशा पारी की शुरुआत आक्रमक का अंदाज में ही करते थे।
पर हम यहां बात कर रहे हैं वीरेंद्र सहवाग के भांजे की, रणजी ट्रॉफी में उनके भांजे ने कुछ ऐसा ही काम कर दिखाया है।
वीरेंद्र सहवाग की चचेरी बहन के बेटे मयंक डांगर हिमाचल प्रदेश की ओर से रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं, बढ़िया गेम बाजी के बल पर उन्हें भारतीय टीम की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बना दिया गया है, गेंदबाजी के साथ-साथ वह बल्लेबाजी भी काफी अच्छा करते हैं।
रणजी ट्रॉफी में हाल में हुए त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश के बीच के मैच में मयंक डागर ने अपनी गेंदबाजी का कहर बरसा या त्रिपुरा के बल्लेबाजों के पास में की गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था मयंक ने त्रिपुरा के खिलाफ कुल 9 विकेट लिए।
रणजी ट्रॉफी के मैच में हिमाचल की तरफ से खेलते हुए उन्होंने त्रिपुरा के खिलाफ पहली पारी में कुल 21.2 ओवर में 4 मेडन ओवर दिए तथा 55 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए। वहीं दूसरी पारी में मयंक में 13.4 ओवर डाले जिसमें से 30 रन देकर चार विकेट चटकाए और टीम के सबसे कामयाब गेंदबाज साबित हुए। इस प्रकार दोनों पारियों को मिलाकर मयंक ने 85 रन देकर 9 विकेट लिए।
यदि अगर हम हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा के बीच के मैच की बात करें, तो हिमाचल प्रदेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 365 रन बनाए जिसके जवाब में पहली पारी में त्रिपुरा की टीम ने मात्र 202 रन ही बना पाई उसके बाद त्रिपुरा की टीम ने फॉलोऑन खेला यहां पर भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा दूसरी पारी में त्रिपुरा मात्र 133 रन पर ऑल आउट हो गई जिसके चलते हिमांचल की टीम 33 रन से जीत हासिल की। हिमाचल प्रदेश के कप्तान अंकित कलसी ने पहली पारी में शानदार 147 रन बनाए वहीं राघव धवन ने 68 रन की अच्छी पारी खेली