एक बिहारी सबपे भारी, मैदान पे आया छक्कों का तूफान – देखें वीडियो

मैदान पे आया छक्कों का तूफान

इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच कल तीन वनडे मैचों की सीरीज का दूसरा मैच रांची के स्टेडियम में खेला गया । इस मैच में भारतीय टीम के मिडिल क्रम के बल्लेबाज उपकप्तान श्रेयश अय्यर और उनका साथ देते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के शानदार खेल से भारतीय टीम ने 7 विकेट से यह मैच जीत लिया । बैटिंग की मदद करने वाली इस पिच में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान केशव महराज में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था।

इशान किशन ने 84 गेंद पर धुआंधार 93 रन की पारी खेली

साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम के लिए 289 रन का लक्ष्य रखा था। जिसे अंत में भारतीय टीम ने अपने तीन मुख्य विकेट खोकर के हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने सीरीज में भी एक-एक की बराबरी कर लिया है । पूरे मैच में विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन के बल्ले ने धूम मचा रखा था। इशान किशन ने अपने बल्ले से चारों ओर सभी दर्शनीय शॉट भी लगाए । अंत में इशान किशन 84 गेंद पर धुआंधार 93 रन बनाकर आउट हो गए । इस पारी के दौरान उन्होंने 7 छक्के और 4 चौके भी लगाए थे ।

मैच ख़त्म होने के बाद प्रेस वार्ता मे विकेट कीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने बताया कि

“ इस जीते के साथ अच्छा लग रहा है, अब सीरीज 1-1 पर है, इसलिए दिल्ली में फाइनला खेलने के लिए बहुत उत्साहित हूं। जिस तरह से पूरी टीम में योगदान दिया उससे वास्तव में खुश हूं। यह मेरा घरेलू मैदान है, बहुत सारे लोग देख रहे थे। जब मैं क्षेत्ररक्षण कर रहा था तो वे मुझसे आज शतक बनाने के लिए कह रहे थे, दुर्भाग्य से मैं चूक गया। कोई चिंता नहीं, मैं बस खुश हूं कि मेरी टीम ने आज गेम जीता और शायद अगले गेम में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा और अपनी टीम को फिर से जीत दिलाऊंगा। यहां कभी-कभी मुश्किल होता है, क्योंकि मैंने रांची में इतने मैच खेले हैं, नए बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं है, इसलिए हम गेंद की योग्यता के अनुसार खेलना चाहते थे और कोई कठोर शॉट नहीं खेलना चाहते थे।

ईशान किशन ने आगे बातचीत मे बताया कि

“साउथ अफ्रीका की टीम पर भी दबाव बनाने की बात और सकारात्मक मानसिकता ने काफी मदद की। नोर्त्जे, रबाडा बहुत तेज हैं और कभी-कभी गेंद ठीक से नहीं आ रही थी, एक स्पर्श को रोक रही थी और फिर अगली ही गेंद वास्तव में बहुत तेजी से आ रही थी। इसलिए, मैं इसके लिए जाने की योजना बना रहा था, अगर गेंद मेरी छाती के पास होता था तो मै ऐसी गेंद पर पूर्व निर्धारित शॉट नहीं खेलता था। इसलिए मैं बस गेंद को गैप में डालने की कोशिश कर रहा था और यह मेरे लिए काम कर गई।

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