क्रिकेट का मैदान में हर रोज कुछ ना कुछ ऐसा देखने को मिलता है कि आप सोच भी नहीं सकते। फिलहाल में खेले जा रहे टीम बांग्लादेश और जिंबाब्वे के बीच टी-20 वनडे सीरीज में। जिंबाब्वे टीम के सिकंदर रजा ने अपनी बल्लेबाजी से बहुत से खिलाड़ियों को प्रभावित किया है। अपने बल्लेबाजी के बदौलत इन्होंने बहुत नाम भी कमाया है। इन्होंने विश्व क्रिकेट में तबाही मचा दी है। अब ऐसा ही कुछ अनजान भारतीय बल्लेबाज रोहन पाटिल ने करके दिखाया है। इन्होंने महाराजा टी-20 लीग में 47 गेंदों पर नाबाद 112 रन बनाते हैं। जो किसी स्टार खिलाड़ी से कम नहीं है।
महाराजा टी-20 लीग का दसवां मैच मैसूर वारियर्स और गुलबर्गा मिस्टीक्स के बीच खेला गया था। रोहन पाटिल गुलबर्गा मिस्टीक्स की टीम में खेलते हैं। मैसूर वारियर्स ने पहले खेलते हुए 19 ओवर में चार विकेट खोते हुए 164 रनों का लक्ष्य विरोधी टीम के सामने रखते हैं। इस टीम के खिलाड़ी पवन देशपांडे ने 41 रनों की पारी खेलते हैं। टीम के कप्तान करूण नायर का बल्ला खामोश नजर आता है। इन्होंने अपने टीम के लिए 18 रन बनाया।
गुलबर्गा मिस्टीक्स टीम के खिलाड़ी मैदान पर उतरते हैं। इनके टीम से शानदार बल्लेबाजी देखने को मिलता है। रोहन पाटिल ने अपने बल्लेबाजों से बड़े बड़े खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया है। उस पारी में इन्होंने गेंदबाजों की खूब धुनाई करते हैं। साथ ही 42 गेंदों में अपने शतक को पूरा करने में सफल होते हैं।
रोहन पाटिल के बदौलत टीम ने इस लक्ष्य को 14.1 ओवर में ही प्राप्त कर लेती है। अपनी इस पारी में उन्होंने 11 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के लगाते हैं। इनके साथ इनके टीम के श्रीजित ने 46 रनों की धुआंधार पारी खेलते हैं। जो टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाती हैं।
रोहन पाटिल ने छक्के चौके की मदद से 18 गेंदों में 86 रनों के लक्ष्य को प्राप्त कर लेते है। यानी 112 रनों में 86 रन केवल बाउंड्री से ही निकले थे। साथ ही इस लीग में पहले शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन चुके हैं। जो इनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती हैं