आईपीएल 2023 ने देश के ही नहीं विदेशी टीम के भी कई युवाओं को बड़ा मंच दिया है. टी20 लीग में अच्छा प्रदर्शन करके खिलाड़ियों ने अपनी नेशनल टीम तक में जगह भी बनाई. इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन के 8वें मैच में पंजाब किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को 5 रन से हराया. मैच में 22 साल के युवा विकेटकीपर ध्रुव जुरेल बतौर इम्पैक्ट प्लेयर उतरे और 15 गेंद पर 200 के स्ट्राइक रेट से नाबाद 32 रन बनाए. उन्होंने पंजाब के कप्तान शिखन की सांसें रोक दी थीं. मैच की बात करें, तो पंजाब किंग्स ने पहले खेलते हुए 4 विकेट पर 197 रन बनाए. जवाब में राजस्थान रॉयल्स ने जोरदार संघर्ष किया और 7 विकेट पर 192 रन बनाए
22 साल के उप्र के युवा विकेटकीपर बैटर ध्रुव जुरेल भारतीय अंडर-19 टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं. 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने वाले जुरेल 2020 में अंडर-19 भारतीय टीम के उप-कप्तान थे और टीम ने फाइनल तक का सफर तक का सफर तय किया. हालांकि टीम खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश से 3 विकेट से हार गई थी. टूर्नामेंट में जुरेल ने बैट से अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन उनके क्रिकेट के मैदान में आने की कहानी बेहद ही संघर्ष वाली है. उनके पिता कारगिल युद्ध में तिरंगा लहरा चुके हैं.
मां को गहने रखने पड़े गिरवी
आगरा के ध्रुव जुरेल ने रेड बुल से बात करते हुए बताया, जब मैं 12 साल का था, तो मैंने बैट और किट के लिए घरवालों के सामने शर्त रख दी थी. उन्होंने अपने पैरेंट्स से कहा था कि यदि उन्हें सामान नहीं मिला तो वे घर छोड़ देंगे. लेकिन अब जुरेल को इस बात का अब पछतावा होता है. राजस्थान रॉयल्स से खेल रहे इस खिलाड़ी ने कहा कि यह मेरी गलती थी, क्योंकि मैंने अपने पापा को ब्लैकमेल किया था. मां इस बात से काफी इमोशनल हो गई थीं और उन्होंने अपने सोने की चेन बेचकर मेरे लिए किट खरीदी थी. इसे याद करके मैं आज भी परेशान हो जाता