जैसा कि दोस्तों हाल ही में भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या टाॅस जीतकर कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय करते हैं। पहले बल्लेबाजी करते हुए शुभ्मन गिल के शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवर में 234 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारतीय गेंदबाजों के सामने न्यूजीलैंड ने टेके घुटने
भारतीय टीम द्वारा बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इंग्लैंड के बल्लेबाज मैदान पर उतरते हैं। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज एक के बाद एक विकेट खोते गए। और अंत में पूरी टीम सिर्फ 66 रन ही बना पाई। इस जीत के साथ भारतीय टीम इस सीरीज को भी 2-1 से जीत ली है। मुकाबले को जीतने के बाद पोस्ट प्रेजेंटेशन में राहुल त्रिपाठी कहते हैं कि,
‘मैंने कुछ अलग नहीं किया बस उसी इरादे और उसी प्रक्रिया को बनाए रखना चाह रहा था जो आईपीएल में काम करती थी। सौभाग्य से आज यह मेरे रास्ते चला गया। अगर मैंने और रन बनाए होते तो मुझे और खुशी होती, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण समय था और मैं खुश था कि मैं टीम के लिए ऐसा कर सका। हां, अपने देश के लिए खेलना एक जिम्मेदारी है, कभी-कभी आपको लगता है (क्या होगा अगर मैं इसे फेंक दूं) लेकिन आपको अपनी प्रक्रिया पर भरोसा करना होगा और यह जानना महत्वपूर्ण है कि उस समय टीम को क्या चाहिए।’
राहुल द्रविड़ की सीख को याद करते हुए राहुल त्रिपाठी ने कहा कि
‘पहले छह ओवरों को भुनाना महत्वपूर्ण है और यही राहुल सर भी कहते रहते हैं, इसी तरह खेलते रहो और अपने विकल्पों को देखो और फिर तुम इसके बारे में जा सकते हो, गति को जारी रखना महत्वपूर्ण है। यह एक शानदार माहौल था, सीरीज जीतना और इतनी भीड़ के सामने खेलना वाकई अच्छा लग रहा था।’